अपना स्टार्टअप करना चाहते हैं तो को-वर्किंग स्पेस के बारे में जान लें


को-वर्किंग स्पेस एक ऐसा बिजनेस मॉडल है जिसमें कई कंपनियों के लोग एक साथ बैठकर स्वतंत्र रूप से काम करते हैं. इसमें आप बने-बनाए सेटअप में अपने लिए या फिर अपने स्टाफ के लिए केबिन और डेस्क किराये पर ले सकते हैं. शुरुआत में फ्रीलांसर लोग इसका फायदा लिया करते थे. लेकिन अब स्टार्टअप्स करने वाले एंट्रोप्योनोर्स भी अपना खर्च कम रखने और उत्पादकता बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. यहां तक कि कई बड़ी कंपनियां भी इस मॉडल में अपनी रुचि दिखा रहीं हैं.
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि को-वर्किंग स्पेस में आपको कार्य करने का वातावरण मिलता है. यदि आप एक फ्रीलांसर हैं या फिर आप अपना स्टार्टअप करने की सोच रहे हैं. और अपना ऑफिस लेना चाहते हैं लेकिन शुरुआत में आपका बजट कम है. ऐसे में आपके लिए को-वर्किंग स्पेस एक अच्छा विकल्प है. क्योंकि यहां आपको कम खर्च में काम करने के लिए अपना डेस्क या केबिन मिल जाता है. अगर आप अपनी टीम के साथ बैठकर काम करना चाहते हैं तो उसकी सुविधा भी को-वर्किंग स्पेस में उपलब्ध है. सिंगल पर्सन से लेकर पूरी टीम के लिए यहां पर आपको स्पेस मिल जाता है.

EVERYTHING YOU NEED TO KNOW ABOUT COWORKING SPACES

क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?

को-वर्किंग स्पेस का मालिक इसमें बहुत सी सुविधाएं मुहैया करवाता है. जैसे काम का माहौल देना, ऑफिस के जुड़े सामान, मीटिंग के लिए अलग से रूम, कॉन्फेंस के लिए रूम, वाई-फाई की सुविधा, कैफेटेरिया, टॉयलेट, पावर-बैकअप, प्रिंटिंग की सुविधा इत्यादि. कुछ पैसे देकर (प्लान के हिसाब से) आप इनके एड्रेस पर अपनी कंपनी रजिस्टर करवा सकते हैं और इनका एड्रेस अपने विजिटिंग कार्ड पर भी छपवा सकते हैं.

कॉरपोरेट कंपनियां भी कर रही हैं उपयोग

बड़ी कंपनियों का को-वर्किंग स्पेस की तरफ झुकाव होने की एक अलग वजह है. अक्सर बड़ी कंपनियां अपने एंप्लॉयीज को प्राइम लोकेशन पर बैठाना चाहती हैं.
इनका फोकस कार्यस्थल तक अपने स्टाफ की पहुंच को आसान बनाने पर होता है. यही कारण है कि कई कॉरपोरेट कंपनियां अब को-वर्किंग स्पेस मॉडल को अपना रही हैं. अलग से ऑफिस लेने के बजाय इसके लिए कंपनी को ज्यादा इंवेस्ट नहीं करना पड़ता.

दिल्ली में ये मुहैया करवा रहे हैं को-वर्किंग स्पेस


अपना स्टार्टअप करना चाहते हैं तो को-वर्किंग स्पेस के बारे में जान लें अपना स्टार्टअप करना चाहते हैं तो को-वर्किंग स्पेस के बारे में जान लें Reviewed by Mithlesh Yadav on जून 04, 2019 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

Blogger द्वारा संचालित.